इस कलयुग में मनुष्य के उद्धार का एकमात्र माध्यम भगवान की भक्ति और उनका निरंतर स्मरण करना है। हम सभी को अपने रोज के कार्यों से कुछ समय भगवान की भक्ति के लिए भी निकालना चाहिए। कथा का श्रवण भी करना चाहिए। कथा श्रवण भी आदमी को इस भवसागर से पार लगाने में सक्षम है। यह बात आचार्य गणेश शास्त्री ने श्री मदभागवद कथा महायज्ञ के अवसर पर कही। यह कथा श्री राधा कृष्ण मंदिर चौहान कॉलोनी मानिला सल्ट अल्मोड़ा में जी. एस चौहान द्वारा कराई जा रही है। कथा से पहले पूजन में आचार्य पं गोपाल दत्त उपाध्याय, पूरन चंद्र भट्ट, पीतांबर पंडित और किशोर नैनवाल ने भाग लिया। इस अवसर पर कलश यात्रा भी निकाली गई। इस अवसर पर दर्जा राज्य मंत्री महेश्वर मेहरा के साथ प्रयाग दत्त शर्मा, नरेश गुप्ता, सुमन गुप्ता, कृपाल सिंह शीला, यशवन्त चौहान, नंदन सिंह खाती, साक्षी ,गार्गी,भवन्या,यशपाल, सुरेन्द्र,आरती प्रमुख रूप से थे।
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