*4 दिवसीय भाषा कार्यशाला का समापन
*बच्चों ने अभिभावकों को पत्र लिखकर मतदान करने के लिए की अपील
*कक्षा 8 के बच्चे ने किया समूचे समारोह का संचालन
*बच्चों ने तैयार की अपनी
हस्तलिखित पुस्तक
*बच्चों ने कपकोट दर्पण सहित 4 दीवार पत्रिकाएं तैयार की
उत्तराखंड,कपकोट (बागेश्वर)। ब्लाक संसाधन केंद्र कपकोट द्वारा राजकीय जूनियर हाईस्कूल रैथल में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बागेश्वर के निर्देशन में आयोजित 4 दिवसीय भाषा कार्यशाला के समापन समारोह में बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। मुख्य संदर्भदाता अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी के संपादक उदय किरौला की देखरेख में 9 जुलाई से शुरू हुई भाषा कार्यशाला में बच्चों ने मेरा परिचय, जीवन की घटना, यात्रा वर्णन, मेरी दिनचर्या, आदि पर आधारित 15 पृष्ठों को जोड़ते हुए बालप्रहरी, बाल भारती, बाल स्वर, बालवाटिका, बाल मन, किशोरी स्वर, नई ज्योति, नई किरण, संभावना, नई किरण, प्रगति, नव विचार, बाल मुस्कान आदि नामों से अपनी-अपनी हस्तलिखित पुस्तक तैयार की।
बाल कवि सम्मेलन में बबली, कंगना, तनुज, जिज्ञासा, प्रियंका, मुस्कान, सूरज, भावना, योगेश, करिश्मा, गौरव आदि बच्चों ने कार्यशाला में तैयार स्वरचित कविताओं का पाठ किया। बाल कवि सम्मेलन का संचालन राजकीय जूनियर हाईस्कूल पनौरा गूंठ की कक्षा 7 की छात्रा गौरी देव तथा अध्यक्षता कक्षा 7 की हेमा ने की।
कार्यशाला में बच्चों ने कपकोट दर्पण, कपकोट टाइम्स, बाल संसार व बाल दर्पण नाम से 4 दीवार पत्रिकाएं तैयार की। बच्चों ने दीवार पत्रिका व अपनी हस्तलिखित पुस्तक में अपने अभिभावकों को संबोधित पारिवारिक पत्र में 24 जुलाई को होने वाले चुनाव में अनिवार्य रूप से मतदान करने की अपील की है। बच्चों ने अपने पत्र में कहा है कि लोकतंत्र में हमको वोट देने का अधिकार मिला है। इसलिए मतदान के दिन सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। बच्चों ने लिखा है कि लोकतंत्र में एक-एक वोट से जीत-हार होती है। इसलिए हमारे वोट का बहुत महत्व है। हमें अपने वोट की कीमत को समझना चाहिए। बालप्रहरी संपादक उदय किरौला द्वारा लिखित व निर्देशित नुक्कड नाटक ‘मोबाइल टन टना टन टन’ के माध्यम से बच्चों ने मोबाइल फोन पर आज की दुनिया में करारा व्यंग्य प्रस्तुत किया। बच्चों के दो समूहों ने ‘ज्ञान का दिया जलाने’ तथा ‘मैं तुमको विश्वास दूं’ समूह गीत प्रस्तुत किए।
प्रारंभ में कार्यशाला के प्रत्येक प्रतिभागी बच्चे को अतिथियों ने बैज लगाकर सम्मानित किया। औरेगैमी के तहत बच्चों ने अखबार से बनाए मुकुट अतिथियों को पहनाए।
अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी के संपादक उदय किरौला, खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुष्पति अवस्थी, उप खंड शिक्षा अधिकारी अजीतसिंह करणवाल, बी आर सी समन्वयक चंद्रशेखर पाठक, दयाल चंद्र जोशी, धनुली कोरंगा, ममता मेहता, प्रकाश चन्द्र पाण्डेय,उम्मेदसिंह कपकोटी, विपिन कर्नाटक, राजेंद्र धपोला, दयाल सिंह कोरंगा आदि ने संदर्भदाता के रूप में बच्चों का मार्गदर्शन किया ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी अनिल सिंह रावत ने कहा कि गैर शैक्षणिक गतिविधियों से भी बच्चे काफी कुछ सीखते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करते हुए लक्ष्य प्राप्त करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करनी चाहिए।
अतिथियों का स्वागत करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुष्पति अवस्थी ने कहा कि बच्चों की अभिव्यक्ति व भाषा कौशल को बढ़ाने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सौजन्य से भाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में राजकीय जूनियर हाईस्कूल पनौरा गूंठ, राजकीय जूनियर हाईस्कूल गोलना राजकीय जूनियर हाईस्कूल रैथल तथा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैड़ा मझेड़ा के 60 बच्चों ने भाग लिया। ,
संचालन राजकीय जूनियर हाईस्कूल रैथल के कक्षा 8 के छात्र सचिन मेहता ने किया। इस अवसर पर उपखंड शिक्षा अधिकारी अजीतसिंह करणवाल, सामाजिक कार्यकर्ता मोहनसिंह साही, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन कोरंगा, बी आर सी समन्वयक चंद्र शेखर पाठक, दयाल चंद्र जोशी, धनुली कोरंगा सहित विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक व अभिभावक उपस्थित थे।