उत्तराखंड, लामाचौड़। राजकीय इंटर कॉलेज लामाचौड़ में संस्कृत समर कैम्प गतिमान, छात्रों में दिख रहा अभूतपूर्व उत्साह.
राजकीय इंटर कॉलेज लामाचौड़ में 27 मई 2025 से प्रारम्भ हुआ सात दिवसीय संस्कृत समर कैम्प इन दिनों विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के बीच अत्यंत उत्साहजनक वातावरण के साथ संचालित
हो रहा है। यह कैम्प 2 जून 2025 तक चलेगा, जिसमें कक्षा 6 से 10 तक के चयनित विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा की प्रारम्भिक एवं संवादात्मक दक्षताओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कैम्प के प्रथम दिन विद्यालय के एस.एम.सी. अध्यक्ष पाण्डेय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए संस्कृत भाषा को
भारतीय ज्ञान परंपरा की रीढ़ बताते हुए इसकी निरंतरता में छात्रों की भागीदारी कोआवश्यक बताया। उनके विचारों ने उपस्थित छात्र-छात्राओं में नई ऊर्जा का संचार
किया।
इस अवसर प्रधानाचार्य कौस्तुभानंद लोहनी ने आशा व्यक्त की कि इस शिविर के माध्यम से बच्चों के संस्कृत वार्तालाप में शुद्धता आएगी। शिविर में शिक्षक घनश्याम भट्ट , मनोज कुमार पाण्डेय, पूजा पाण्डेय और भूमिका गौड़ के संयोजन
में विद्यार्थियों को संस्कृत संवाद, शुद्ध उच्चारण, सरल वाक्य संरचना, गीत, श्लोक, नाट्याभिनय, एवं शब्दावली पर अभ्यास कराया जा रहा है।
विशेष रूप से यह उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन की गतिविधियों की रिपोर्ट, फोटोग्राफ तथा विद्यार्थियों की प्रगति सम्बन्धित विवरण विद्यालय स्तर से सम्बन्धित उच्च
अधिकारियों को नियमित रूप से प्रेषित किए जा रहे हैं, जिससे कैम्प की गुणवत्ता एवंपारदर्शिता बनी रहे।
विद्यालय के स्टाफ द्वारा बताया गया है कि शिविर में
विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता हो रही है। वे न केवल संवाद में रुचि ले रहे हैं, बल्कि संस्कृत भाषा को आनंदपूर्वक आत्मसात कर रहे हैं। विद्यालय परिसर में
‘जयतु संस्कृतम् – जयतु भारतम्’ के उद्घोष गूंजते रहे, जिससे वातावरण पूर्णतः संस्कृतमय हो गया।
विद्यालय परिवार ने आशा जताई है कि यह कैम्प न केवल छात्रों के लिए एक नई शुरुआत बनेगा, बल्कि संस्कृत के प्रचार-प्रसार में भी एक सकारात्मक कदम सिद्ध होगा।