उत्तराखंड, देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र देहरादून के तत्वावधान में डॉ. उमेश चमोला की पुस्तक ‘उत्तराखंड की एक सौ बालोपयोगी लोककथाएँ ‘ का लोकार्पण दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के सभागार में किया जाएगा। लोकार्पण कार्यक्रम सोमवार 26 मई 2025 को सायं 4.30 बजे किया जाएगा। लोकार्पण के बाद पुस्तक पर चर्चा की जाएगी। लोकार्पण और चर्चा कार्यक्रम में मुकेश नौटियाल, डॉ. नन्द किशोर हटवाल, बीना बेंजवाल, रमाकांत बेंजवाल, राकेश जुगरान और अन्य विद्वान भाग लेंगे। ज्ञात हो कि डॉ. उमेश चमोला की लोक कथाओं की यह चौथी पुस्तक है। इसका प्रकाशन काव्यांश प्रकाशन ऋषिकेश से किया गया है।उनकी,अब तक दो दर्जन पुस्तकें प्रकाशित चुकी हैं जिनमे गढ़वाली उपन्यास, गढ़वाली गीत – काव्य संग्रह, व्यंग्य कविता संग्रह, हिन्दी बाल कविता संग्रह, एक सौ विज्ञान पहेलियां, विज्ञान कथा संग्रह, बाल नाटिका संग्रह, लियो तालसतोय और शेकस्पियर की कहानी और नाटकों का गढ़वाली अनुवाद सम्मिलित है। डॉ. चमोला की अंग्रेजी में लिखी पुस्तक ‘चिक -चिक एन्ड ब्लोइंग विंड ‘का जापानी और बांग्ला भाषा में अनुवाद हो चुका है। उनकी विज्ञान कथाओं का पंजाबी भाषा में अनुवाद हो चुका है। श्री गुरु रामराय विश्वविद्यालय देहरादून के एम. ए स्तर के पाठ्यक्रम में उनका गढ़वाली उपन्यास ‘ निरबिजु’ सम्मिलित है। डॉ. चमोला के शैक्षिक शोध एन. सी. ई. आर. टी नई दिल्ली के द्वारा प्रकाशित शोध पत्रिका ‘भारतीय आधुनिक शिक्षा ‘ में प्रकाशित हो चुके हैं।
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