डायट देहरादून में आईराइज कार्यशाला हुई सम्पन्न

तीन दिवसीय iRISE कार्यशाला संपन्न

देहरादून, 29 नवंबर 2024: SCERT के दिशा निर्देशन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान देहरादून द्वारा 27 से 29 नवंबर 2024 तक तीन दिवसीय iRISE (Inspiring India in Research Innovation and STEM Education) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें जनपद के विज्ञान और गणित के प्रारंभिक एवम माध्यमिक स्तर के 60 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का प्रारम्भ SCERT की अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए किया गया। उनके द्वारा गतिविधियों को बच्चों को नियमित रूप से कराने पर बल दिया गया। राज्य कार्यक्रम समन्वयक डॉ अवनीश उनियाल द्वारा कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला गया। जिला कार्यक्रम समन्वयक ऋचा जयाल द्वारा बताया गया कि यह प्रशिक्षण विज्ञान गणित शिक्षण से जुड़ी गतिविधियों पर फोकस किया गया है। आइराइज, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) पुणे की टीम से पंकज यादव और पल्लवी शेवाले द्वारा बताया गया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार, आइसर पुणे, ब्रिटिश काउंसिल, रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, टाटा टेक्नोलॉजीज और टाटा ट्रस्ट के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। iRISE का उद्देश्य शिक्षकों और छात्रों में आलोचनात्मक सोच, प्रयोगात्मक मानसिकता और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना है, जो राज्य में STEM शिक्षा को नई दिशा प्रदान करेगा। जिले में संचालित किए गए आइराइज प्रशिक्षण में पुणे के मुख्य संदर्भदाता पंकज यादव के साथ Innovation Champions (ICs) परविंदर कौर, स्वाती जैन, साक्षी सूद और राजमोहन रावत द्वारा शिक्षकों को तीनों दिन विज्ञान और गणित के विभिन्न प्रकरणों की नवाचारी शिक्षण तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) के क्षेत्र में नवीन शिक्षण विधियों से परिचित कराना और छात्रों में रचनात्मकता एवं नवाचार को प्रोत्साहित करना था। कार्यशाला में शिक्षकों को गतिविधि-आधारित शिक्षण, अंतःविषयक (Interdisciplinary) दृष्टिकोण और नवीनतम शैक्षणिक उपकरणों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागियों को यह बताया गया कि कैसे दैनिक जीवन की घटनाओं और स्थानीय परिवेश का उपयोग करके विज्ञान और गणित को अधिक रोचक और प्रासंगिक बनाया जा सकता है।
साथ ही, इंस्पायर अवार्ड्स – मानक में अधिक से अधिक नामांकन कराने पर भी जोर दिया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार को बढ़ावा देना है।

समापन सत्र में डायट प्राचार्य राम सिंह चौहान द्वारा सभी प्रतिभागियों को विद्यालय स्तर पर गतिविधि आधारित शिक्षण हेतु प्रेरित करते हुए कार्यक्रम की सराहना की गई। SCERT के प्रवक्ता अवनीश उनियाल द्वारा इंस्पायर अवार्ड कार्यक्रम में गुणवत्तापूर्ण आइडिया चयनित करने हेतु मार्गदर्शन दिया गया। डायट प्रवक्ता बिपिन भट्ट ने कहा कि कार्यक्रम नजरिए में परिवर्तन लाने में सहायक होगा। प्रतिभागियों द्वारा अपने अनुभव और विचार भी साझा किए गए। उपस्थित शिक्षकों ने इस पहल की सराहना की और इसे शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाला कदम बताया। कार्यक्रम के अंत में समन्वयक ऋचा जुयाल ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रक्रिया से गुजरे बिना ज्ञान का सृजन नहीं हो सकता है। इसलिए सभी विद्यार्थियों को प्रक्रिया से गुजरना चाहिए।

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)

इसे भी पढे ----

वोट जरूर करें

क्या आपको लगता है कि बॉलीवुड ड्रग्स केस में और भी कई बड़े सितारों के नाम सामने आएंगे?

View Results

Loading ... Loading ...

आज का राशिफल देखें